कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 में भारत में ऑनलाइन ठगी के 53000 मामले दर्ज किए गए थे। ऑनलाइन काम करने ने हमारी ज़िंदगी को बहुत आसान बना दिया है, लेकिन ऑनलाइन कोई काम करते हुए आपको अपनी सुरक्षा करना आना चाहिए।
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए आप नीचे दिए हुए उपाय इस्तेमाल कर सकते हैं!
ऑनलाइन ठगी से बचने के कुछ उपाय!
- ऐसे कोई भी ईमेल या अटैचमेंट खोलने से बचें जो आपको संदिग्ध लग रहे हों। यह फिशिंग इमेल्स हो सकते हैं।
- फिशिंग एक ऐसी तरह की ठगी होती है जिससे आपको ऐसे इमेल्स भेज कर आपकी जानकारी जैसे पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर आदि निकलवाने की कोशिश की जाती है।
- अपना पासवर्ड बनाते समय केवल नंबरों की जगह शब्दों और नंबरों दोनों का उपयोग करें।
- कभी भी 12345, 0000, 9999 या abcd12345 ऐसे पासवर्ड का इस्तेमाल न करें, जिनका अनुमान लगाना आसान हो।
- अपने इंटरनेट बैंकिंग का आईडी और पासवर्ड किसी को न बताएं।
- अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड का पिन, वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) और सीवीवी किसी को न बताएं।
- ऐसे कॉल्स का जवाब कभी न दें जो कहते हैं कि वे आपके बैंक या आरबीआई आदि से हैं और आपके बैंक खाते की जानकारी, एटीएम, पिन आदि पूछ रहे हों।
- अगर वो कहें की आपके कार्ड में किसी तरह के पॉइंट्स हैं और वो यह आपको भेजना चाहते हैं तब भी यह एक तरह की ठगी है, सावधान रहें।
- यह सब एक तरह की ठगी है। आपके बैंक और आरबीआई कभी आपसे इस तरह की जानकारी नहीं मांगेंगे।
- कभी भी ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल ओपन या पब्लिक वाई – फाई पे न करें।
- अपने कंप्यूटर पे हमेशा अपडेट किया हुआ एंटीवायरस का इस्तेमाल करें।
- इसका सबसे अच्छा तरीका है कि डाउनलोड करने की जगह आप इसे ख़रीद लें।
- अपने इंटरनेट बैंकिंग के पासवर्ड को दूसरे ईमेल या सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड से अलग रखें।
- अपने सोशल मीडिया सेटिंग्स को हमेशा फ्रेंड्स पे रखें।
- अपना आधार कार्ड नंबर या जन्म तारीख किसी अजनबी को मत बताएं।
- किसी भी तरह के दस्तावेज़ एजेंट को देने से पहले उसकी वजह ज़रूर बताएं।
अगर आप एक असुरक्षित व्यापार लोन लेना चाहते हैं, तो ग्रोमोर फाइनेंस आपको एक सरल और स्वचालित ऑनलाइन प्रक्रिया देता है, जिससे आपकी सारी जानकारी सुरक्षित रहेगी।