किसी भी लघु उद्योग के लिए, अंतिम ध्येय होता है विकास और प्रगति| पर वहाँ तक पहुँचने का मार्ग मुश्किल होता है और हम में से कुछ के लिए थोडा ज्यादा दुष्कर होता है…
चलिए मिलते हैं श्री उलझ से…
कुछ वर्षों से श्री उलझ एक लघु उद्योग चलाते हैं| पर पिछले कुछ महीनों से उनके सामने अनेक समस्याएँ निर्माण हो गयीं हैं… उनके इनवेंटरी का खर्च बढ़ गया है, और नकद प्रबंधन एक सरदर्द बन चुका है|
फलस्वरुप उन्हें अपने ग्राहकों से संपर्क करना मुश्किल हो गया है!
उद्योग में और भी समस्याएँ तो हैं ही, जैसे पर्याप्त कर्मचारी ना होना… अकाऊंटिंग का नया सॉफ्टवेअर लाना… बदलते कर कानूनों के अनुसार अभिलेख रखना… प्रतियोगी कंपनियों से एक कदम आगे रहना… उनको चिंता है कि नकद की कमी और वित्तीय प्रबंधन के लिए जल्दी उपाय ना मिले… तो उन्हें उद्योग बंद करना पड़ेगा!
सौभाग्य से श्री उलझ के एक अच्छे मित्र हैं जो उनकी मदद कर सकतें हैं! चलिए मिलते है श्री सुलझ से…
श्री सुलझ और श्री उलझ दोनों ने अपने उद्योग करीब करीब एक ही समय पर शुरू किये थे| श्री सुलझ का व्यवसाय बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है|
उन्हें “जस्ट इन टाइम” इनवेंटरी प्रबंधन और खर्चे पर नियंत्रण इन दोनों का महत्त्व और वह कैसे किया जाता है ये पता है|
श्री सुलझ अन्य लघु उद्योजकों को नियमित रूप से मिलकर उनसे काम करने की सर्वोत्तम प्रक्रिया सीखतें हैं| उन्होंने हाल ही में नयी POS प्रणाली स्थापित की है और अब नए ग्राहकों को कैसे आकर्षित किया जाए इसका वह विचार कर रहें हैं| उनके कर्मचारियों ने हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते रहना चाहिए और अपनी निपुणता बढ़ाते रहनी चाहिए ऐसी उनकी कोशिश रहती है|
नकद प्रबंधन में उनको कोई समस्या नहीं होती – उन्होंने अच्छे तरीके से वित्तीय नियोजन किया है और आकस्मिक परिस्थितियों के लिए उनके पास हमेशा विकल्प होतें हैं!
श्री सुलझ अब श्री उलझ की हर समस्या पर विचार कर उनकी मदद कर रहें हैं| ग्राहकों की माँग का अंदाजा कैसे लगाया जाता है ये बता कर उन्होंने श्री उलझ की इनवेंटरी से संबंधित समस्या दूर कर दी| अच्छे कर्मचारी कैसे चुनते हैं और बड़े खर्चों को जहाँ तक संभव हो स्थगित कैसे किया जाता है ये उन्होंने श्री उलझ को समझाया| इतना ही नहीं… श्री उलझ का व्यवसाय ठीक रास्ते पर आ जाए इसलिए कौनसे सॉफ्टवेअर का उपयोग किया जा सकता है ये भी श्री सुलझ ने बताया!
श्री सुलझ को विश्वास है कि जल्द ही श्री उलझ की सब समस्याएँ दूर हो जाएँगी!
श्री सुलझ की तरह ग्रोमोर फाइनेंस भी लघु उद्योगों को उनके विकास के हर पड़ाव पर मदत करता है, ताकि वित्तीय समस्याओं पर मात की जा सके और उपलब्ध अवसरों का फायदा उठाया जा सके!
सलाह देने वाले और मदद करने वाले श्री सुलझ जैसे दोस्त मिलना यह सबका सौभाग्य नहीं होता!
अगर श्री उलझ जैसे आपकी स्थिती है तो ग्रोमोर फाइनेंस को संपर्क करें! हम लघु उद्योगों को उनके विकास में मदद करतें हैं!